जिला स्तरीय गंगा संरक्षण समिति की बैठक का हुआ आयोजन।

सिंगरौली। भारत सरकार द्वारा गंगा एवं यमुना नदी के सहायक नदियों में पर्यावरण प्रदूषण को रोकथाम नियंत्रण एवं उपशयन तथा जल का सतत प्रभाव सुनिश्चित करने के उपायों को तथा इसके अनुसांगिक मामलों के निपटान हेतु प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में राष्ट्रीय गंगा परिषद समिति,राज्य स्तर पर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में राज्य गंगा परिषद समिति तथा जिला स्तर पर कलेक्टर की अध्यक्षता में जिला स्तरीय गंगा संरक्षण समिति गठित कर बैठक आयोजित करने के निर्देश प्राप्त हुए थे। उक्त निर्देश के अनुपालन में कलेक्ट्रेट सभागार में प्रथम जिला स्तरीय गंगा संरक्षण समिति की बैठक कलेक्टर चंद्रशेखर शुक्ला की अध्यक्षता में आयोजित हुआ।
बैठक के दौरान गंगा एवं यमुना की सहायक नदियों में पर्यावरण प्रदूषण एवं जल के गिरते स्तर की चर्चा करने के साथ-साथ इनमें सुधार एवं संरक्षण योजना की हेतु तैयारी पर भी चर्चा की गई। कलेक्टर ने समिति को संबोधित करते हुए कहा कि नदियों में समय के साथ जल का स्तर गिरता जा रहा है कभी यह नदियां सदा अविरल होती थी आज वही गर्मियों के मौसम में सूख जाती है। ऐसी स्थिति उत्पन्न होने का कारण हमारे अंधाधुध पेड़ों की कटाई करना ,अवैध रूप से रेत का खनन करना साथ ही छोटे जल स्रोतों का संरक्षण नहीं किया जाना है। सहायक नदियों एवं छोटे जल स्रोतों के संरक्षण से ही बड़ी नदियों को संरक्षित किया जा सकता है।
कलेक्टर ने कहा कि हमारे जिले से भी बड़ी नदियां जैसे सोन नदी, गोपद नदी प्रवाह कर गंगा नदी में मिलती है इन नदियों में मेल करने वाले छोटे छोटे उद्गमो का विकास स्वच्छता आदि करने की अत्यन्त आवश्यकता है। इस मिशन के तहत सभी पैरामीटरो के तहत कार्य किए जायेंगे। बैठक में उपस्थित जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी गजेन्द्र सिंह नागेश के द्वारा मिट्टी के कटाव को रोकने एवं नदियो के समीप पर्यावरण के विकास हेतु वृहद स्तर पर वृक्षारोपण करने का सुझाव दिया गया। तथा समिति के सदस्य श्री सिंह के द्वारा जिले के औद्योगिक क्षेत्र से निकलने वाले दूषित पानी के शुद्धिकरण के साथ साथ जन संरक्षण नीतियो को अपनाने के लिए अवगत कराया गया।





