सीएम हेल्प लाईन में लंबित शिकायतो का तत्परता के साथ निराकरण सुनिश्चित करे अधिकारी- कलेक्टर

सिंगरौली। कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित समय सीमा बैठक के दौरान कलेक्टर श्री चन्द्र शेखर शुक्ला के द्वारा संबंधित अधिकारियो को निर्देश दिया की सीएम हेल्प लाईन में लंबित शिकायतो का तत्परता के साथ निराकरण नागरिको की समस्याओ का समाधान सुनिश्चित करे साथ ही विद्युत लाईन बिगड़े ट्रन्सफर्मरो को सुधार कर नागरिको को निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करे।
बैठक में कलेक्टर ने विद्युत विभाग की समीक्षा करते हुयें संबंधित विभागीय अधिकारी निर्देश दिए कि जिले के बिगड़े ट्रन्सफार्मर सहित क्षतिग्रस्त लाईनो का सुधार कर जिले के नागरिको को निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करे। साथ निर्देश दिए कि ग्रामीण क्षेत्र के ऐसे मझरे टोले जहा के ट्रन्सफार्मर जल गए है तीन दिवस में उन्हे बदलने की कार्यवाही करने के साथ कार्य का पालन प्रतिवेदन भी प्रस्तुत करे। कलेक्टर ने सीएम हेल्प लाईन की समीक्षा करते हुयें विभागीय अधिकारियो को ए ग्रेड में आने का निर्देश देने के साथ कहा गया कि अब अन अटेड शिकायतो पर 100 रूपये जुर्माने की कार्यवाही करने के साथ उक्त राशि को रोगी कल्याण समिति में जमा कराया जायेगा।
कलेक्टर ने शिक्षा विभाग की समीक्षा करते हुयें जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए कि सभी विद्यालय समय पर संचालित हो शिक्षक विद्यालय में उपस्थित रहकर पठन पाठन कराये इसकी लगतार मानीटरिंग करने के साथ विद्यालय मे पढ़ने वाले छात्रो को गुणवत्ता पूर्ण मध्यान भोजन मिल रहा है कि नही इसकी भी मानीटरिंग कराये। उन्होने आगनवाड़ी संचालन के संबंध में निर्देश दिए कि आगनवाड़ी प्रति दिन खुले, गर्भवती धात्री महिलाओ को समय पर पोषण आहार मिले इसकी समय समय पर जॉच कराये। कलेक्टर ने नगर निगम आयुक्त निर्देश दिए कि अभियान चलाकर सड़को में विचरण करने वाले मवेसियो को गौशाला में भेजने की कार्यवाही करे। कलेक्टर ने समधान विंदु में चयनित शिकायतो की समीक्षा करते हुये विभागीय अधिकारियो को निर्देश दिए कि संबंधित शिकायतकर्ता से समन्वय बनाकर शिकायतो का निराकरण कराये। कलेक्टर ने सीएम डैसबोर्ड के विंदुओ की समीक्षा करते हुयें समस्त विभागीय अधिकारियो को निर्देश दिए कि डैस बोर्ड शामिल सभी विदुओ पर तत्परता के साथ कार्यवाही करते हुयें अपने विभागो से संबंधित हितग्राही मूलक योजनाओ के लाभ से पात्र हितग्राहियो को लाभान्वित कराये ताकि डैस बोर्ड में जिले का प्रतिशत बढ़ सके। साथ ही विभागीय अधिकारियो को इस आशय का निर्देश दिए कि गावो में चौपाल लगाकर ग्रामीण की शिकायतो को सुनने के पश्चात उनका निराकरण सुनिश्चित करे ताकि ग्रामीणो के समस्याओ का गाव में ही समाधान हो सके उन्हे कार्यालयो के चक्कर नही लगाना पड़े।





