
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ में मंगलवार की शाम एक बड़ा रेल हादसा हुआ जिसने पूरे प्रदेश को झकझोर दिया। बिलासपुर-कोरबा रेलमार्ग पर गतौरा स्टेशन और लाल खदान के बीच चलती मालगाड़ी के पीछे से गेवरा रोड-बिलासपुर मेमू लोकल ट्रेन जा टकराई। हादसा इतना भयानक था कि मेमू ट्रेन का इंजन मालगाड़ी के आखिरी डिब्बे में जा धंसा, जिससे कई बोगियां क्षतिग्रस्त हो गईं।
कलेक्टर संजय अग्रवाल ने 7 यात्रियों की मौत की पुष्टि की है, जबकि प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार 10 से अधिक लोगों की मौत और 25 से ज्यादा के घायल होने की आशंका है। हादसा मंगलवार अपरान्ह करीब 4 बजे हुआ। टक्कर के बाद ट्रेन में चीख-पुकार और भगदड़ का माहौल बन गया। कई यात्री बोगियों में फंस गए, जिन्हें निकालने के लिए रात तक रेस्क्यू अभियान जारी रहा। रेलवे और जिला प्रशासन की टीमों ने राहत कार्य शुरू कर दिया है। गैस कटर की मदद से बोगियों को काटकर फंसे यात्रियों को बाहर निकाला जा रहा है। महिलाएं और बच्चे भी हादसे में घायल हुए हैं। रेस्क्यू टीम ने ट्रेन के केबिन से एक बच्चे का शव भी बरामद किया है। हादसे के कारण बिलासपुर-कोरबा रेल मार्ग पूरी तरह ठप हो गया है। कई ट्रेनों को रद्द या डायवर्ट किया गया है। हादसे में ओवरहेड वायर और सिग्नल सिस्टम को भी नुकसान पहुंचा है, जिससे बहाली में समय लग सकता है। रेलवे ने हादसे की जांच रेलवे सुरक्षा आयुक्त स्तर पर कराने की घोषणा की है। साथ ही, मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायल यात्रियों को 5 लाख रुपये, और सामान्य रूप से घायल यात्रियों को 1 लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की गई है।





