पुलिस की दबिश के दौरान बसपा नेता की संदिग्ध मौत — परिजनों का आरोप: “दारोगा ने छत से धक्का देकर मारा”

शाहजहांपुर। उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में पुलिस कार्रवाई के दौरान एक दलित बसपा नेता की मौत ने सनसनी मचा दी है। तिलहर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला मौजमपुर में मंगलवार रात पुलिस दबिश के दौरान बसपा के कटरा विधानसभा क्षेत्र के जोन प्रभारी सत्यभान की मौत हो गई। पुलिस का कहना है कि वह भागने के दौरान छत से गिर गया, जबकि परिजनों का आरोप है कि दारोगा ने पिटाई के बाद उसे छत से धक्का दे दिया।
जानकारी के मुताबिक, कुछ दिन पहले सत्यभान के बेटे अभिषेक राजपूत के खिलाफ गांव के कुछ लोगों ने फायरिंग और मारपीट का आरोप लगाते हुए हत्या के प्रयास (धारा 307) का केस दर्ज कराया था। इसी मामले में गिरफ्तारी के लिए मंगलवार देर रात पुलिस टीम सत्यभान के घर पहुंची। परिजनों के अनुसार, पुलिस ने बिना किसी चेतावनी के गेट तोड़कर घर में घुसपैठ की। इस दौरान घर में अफरातफरी मच गई। सत्यभान छत पर चढ़ गए तो पुलिसकर्मी भी पीछे-पीछे पहुंचे और उनकी बेरहमी से पिटाई की। आरोप है कि इसके बाद दारोगा ने उन्हें छत से नीचे धक्का दे दिया, जिससे वे पड़ोसी के घर की छत पर गिरे और गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद पुलिसकर्मी मौके से फरार हो गए। गंभीर रूप से घायल बसपा नेता को सीएचसी तिलहर ले जाया गया, जहां से डॉक्टरों ने उन्हें मेडिकल कॉलेज शाहजहांपुर रेफर कर दिया। इलाज के दौरान देर रात सत्यभान की मौत हो गई। बसपा नेता की मौत से क्षेत्र में भारी आक्रोश फैल गया। परिजनों और स्थानीय लोगों ने पुलिस पर हत्या का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की। मौके पर बसपा जिला अध्यक्ष उदयवीर सिंह और पार्टी के कई कार्यकर्ता पहुंचे। उन्होंने कहा कि “यह पुलिस की बर्बरता का जिंदा उदाहरण है। दोषी अफसरों पर हत्या का केस दर्ज कर तुरंत गिरफ्तारी होनी चाहिए।”





