युवाओं की टोली ने रक्तदान कर गर्भवती महिला की बचाई जान।
उमरिया। रक्तदान को सबसे बड़ा दान कहा गया है। रक्तदान की अहमियत तब पता चलती है जब कोई अपना रक्त की कमी के कारण जिंदगी से हार जाता है। इसलिए समाज के हर स्वस्थ व्यक्ति का दायित्व बनता है कि वो स्वयं भी रक्तदान करें और दूसरों को भी रक्तदान करने के लिए प्रेरित करें।
जिले के दीनदयाल जिला चिकित्सालय मे भर्ती गर्भवती महिला के लिए ए पॉजिटिव ब्लड की जरूरत पडने पर जिले की सक्रिय युवाओं की टोली युवा टीम के सदस्य मनोज सिंह ने अस्पताल के ब्लड बैंक पहुंच कर निस्वार्थ भाव से रक्तदान कर गर्भवती महिला की जन बचाई है।
रक्तवीर हिमांशु तिवारी ने बताया की कि प्रत्येक व्यक्ति को साल में कम से कम 03 बार रक्तदान अवश्य करना चाहिए, रक्तदान करने से किसी भी दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति, गर्भवती महिला,अन्य बीमारी से ग्रस्त रोगी को रक्त की जरूरत पडने पर उसका जीवन बचाया जा सकता है। जिले का कोई भी रक्तदाता ब्लड बैंक में आकर रक्तदान कर सकता है। एंव कहा कि ये गर्व की बात है कि आज हमारे समाज मे इंसानियत जिदा है।