कम हवा वाले टायर से टेक ऑफ की कोशिश, झाड़ियों में घुसा प्राइवेट जेट।

फर्रुखाबाद। उत्तरप्रदेश के फर्रुखाबाद में बुधवार को उस समय हड़कंप मच गया जब एक प्राइवेट जेट टेक ऑफ के दौरान रनवे से फिसलकर झाड़ियों में जा घुसा। विमान में सवार कंपनी अधिकारी, एक बैंक प्रतिनिधि और अन्य यात्री सुरक्षित हैं लेकिन घटना ने नागरिक विमानन सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
मिली जानकारी के अनुसार उत्तरप्रदेश के फर्रुखाबाद में बुधवार को उस समय तहलका मच गया जब खीमसेपुर औद्योगिक क्षेत्र में बुधवार को एक प्राइवेट जेट विमान हादसे का शिकार हो गया जिसमें वुडपैकर ग्रीन एग्री न्यूट्री पैड प्राइवेट लिमिटेड के एमडी, वाइस प्रेसिडेंट और एसबीआई के अधिकारी सवार थे। पायलट की लापरवाही के कारण रनवे पर विमान का संतुलन बिगड़ गया और वह झाड़ियों में जा घुसा। राहत की बात यह रही कि सभी यात्री सुरक्षित हैं। बताया जा रहा है की जेट विमान के पहियों में हवा कम थी इसके बावजूद भी पायलट ने टेक ऑफ की प्रक्रिया शुरू कर दी। रनवे पर करीब 400 मीटर दौड़ने के बाद विमान ने नियंत्रण खो दिया और रनवे से बाहर निकलकर झाड़ियों में जा फंसा। विमान का फ्रंट व्हील, विंग्स और जेट फैन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है और साथ ही फ्यूल टैंक से ईंधन का रिसाव भी होने लगा। अग्निशमन विभाग के अधिकारी आशीष ने बताया की किसी भी प्राइवेट विमान के टेक ऑफ से कम से कम 12 घंटे पहले फायर ब्रिगेड को सूचना देना आवश्यक होता है ताकि आपात स्थिति से निपटने की तैयारी की जा सके। मगर इस मामले में सिर्फ 25 मिनट पहले ही सूचना दी गई थी और सरकारी फीस भी ट्रेजरी में जमा नहीं कराई गई। वुडपैकर ग्रीन एग्री न्यूट्री पैड प्रा. लि. के एमडी अजय अरोड़ा, वाइस प्रेसिडेंट राकेश टीकू, और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के अधिकारी सुमित शर्मा एक 570 करोड़ की लागत से बन रही बियर फैक्ट्री के निरीक्षण के लिए फर्रुखाबाद आए थे। यह फैक्ट्री विकसित भारत योजना के अंतर्गत खीमसेपुर औद्योगिक क्षेत्र में स्थापित की जा रही है। निरीक्षण के पूर्व सभी अधिकारी प्राइवेट जेट (6 सीटर) से वापस लौट रहे थे। उसी दौरान यह हादसा हो गया।
विमानन सुरक्षा नियमों के उल्लंघन को देखते हुए मामले की गंभीर जांच शुरू कर दी गई है। दिल्ली से एक विशेषज्ञ टीम को जांच के लिए बुलाया गया है जो टेक्निकल कारणों की विस्तृत जांच करेगी। हालांकि विमान को काफी नुकसान पहुंचा है मगर किसी भी यात्री को शारीरिक चोट नहीं आई है जो कि एक बड़ी राहत की बात है। जिलाधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी ने भी मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और जांच के आदेश दिए। यह हादसा एक बार फिर बताता है कि सुरक्षा नियमों की अनदेखी कितनी खतरनाक साबित हो सकती है। यदि पायलट थोड़ी सी सावधानी रखता और नियमों का पालन किया जाता तो यह स्थिति टाली जा सकती थी।





