कश्मीर भारत का मुकुट और ताज है- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

सोनमर्ग। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के सोनमर्ग में प्रधानमंत्री जेड मोड़ टनल का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री मोदी ने जम्मू कश्मीर की अवाम को बधाई दी और कहा आपने जम्हूरियत को मजबूत किया है, वह देशभर के लिए एक प्रेरणा है। आज जम्मू कश्मीर एक नया रास्ता बना रहा है और हम सब मिलकर इसे और भी समृद्ध बनाएंगे। प्रधानमंत्री ने विकास की नई कथा लिखने के लिए कश्मीरवासियों की सराहना की और विश्वास जताया कि क्षेत्र का भविष्य उज्जवल होगा।
कश्मीर भारत का मुकुट और ताज है,भारत तभी पूरा होगा जब हर हिस्से में समान रूप से तरक्की होगी- प्रधानमंत्री
पीएम ने कहाँ की कश्मीर के विकास और यहां की जनता के योगदान की सराहना की। मोदी ने कहा कि कश्मीर भारत का मुकुट और ताज है और उनके सपने का भारत तभी पूरा होगा जब हर हिस्से में समान रूप से तरक्की होगी। जम्मू-कश्मीर के लोगों से विकास की दिशा में एकजुट होकर काम करने का आह्वान किया और यह भरोसा दिलाया कि केंद्र सरकार उनके साथ है और किसी भी रुकावट को दूर करेगी।
प्रधानमंत्री ने जम्मू-कश्मीर में हो रहे सकारात्मक बदलावों की तारीफ की, जैसे श्रीनगर में पहली बार आयोजित इंटरनेशनल मैराथन और क्षेत्र में बढ़ते पर्यटन। उन्होंने यह भी बताया कि अब कश्मीर में होटल, होमस्टे, ढाबे, टैक्सी और अन्य व्यवसायों को इस बदलाव का फायदा हो रहा है। मोदी ने कहा कि कश्मीर अब फिर से धरती का स्वर्ग बन रहा है, और स्थानीय लोग इसका अहम हिस्सा हैं। मोदी ने यह भी बताया कि पूरे भारत में लाखों लोगों को मुफ्त इलाज मिल रहा है और शिक्षा के क्षेत्र में भी कई नए कॉलेज बनाए गए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि उनके शासन में जम्मू-कश्मीर और पूरे देश के चार करोड़ से अधिक गरीबों को पक्के घर मिले हैं और आने वाले समय में तीन करोड़ और घर देने की योजना है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां एक ऐतिहासिक भाषण दिया, जिसमें उन्होंने राज्य के विकास के लिए केंद्र सरकार द्वारा किए गए प्रयासों को बताया। प्रधानमंत्री ने कहा कि जिस टनल का आज उद्घाटन किया गया है, कुछ समय पहले यहां पर काम कर रहे श्रमिकों पर आतंकियों ने हमला किया था जिसमें 7 श्रमिक मारे गए थे। उन्होंने कहा कि इसके लिए श्रमिकों ने कठिन संघर्ष किया है, जिनकी कड़ी मेहनत और बलिदान की सराहना की। हम अपने श्रमिक साथियों की कुर्बानियों को कभी नहीं भूलेंगे।