हथियारबंद लुटेरों ने डॉक्टर के परिवार को बंधक बनाकर लूटा, चाय-नाश्ता कर आरोपी धीरे से फरार।

मापुसा। गोवा के मापुसा में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे सुनकर किसी को भी फिल्मी सीन याद आ जाएगा मगर अफसोस यह कोई स्क्रिप्ट नहीं बल्कि हकीकत है।
मिली जानकारी के अनुसार गोवा जैसे शांत और पर्यटनप्रिय राज्य में अपराध का नया चेहरा सामने आया है। मंगलवार की तड़के उत्तर गोवा के मापुसा इलाके में 3:30 बजे डॉक्टर महेंद्र कामत घाणेकर के घर में हथियारबंद लुटेरो ने घुस कर परिवार को लगभग दो घंटे तक बंधक बनाकर रखा था। लूट-पाट के समय लुटेरे इतनी स्वाभाविकता से पेश आए कि पहले वह बुज़ुर्ग महिला से चाय बनवाये, फ्रिज से फल निकाले और नाश्ता किया और फिर 50 लाख रुपये से अधिक की नकदी-ज्वेलरी और कार लेकर फरार हो गए।
दरअसल डॉक्टर की 80 वर्षीय मां चाय बनाने के लिए उठीं। तभी मास्क पहने और हथियारों (रॉड व चाकू) से लैस लुटेरों ने उन्हें पकड़ लिया। कुछ ही मिनटों में पूरे परिवार को बेडशीट से बांधकर बंधक बना लिया। पीड़ित परिवार ने बताया कि लुटेरों ने न सिर्फ उन्हें नुकसान न पहुंचाने का आश्वासन दिया, बल्कि काफी सहजता से चाय पी, फल खाए और बातचीत में हिंदी भाषा का इस्तेमाल किया। इससे संदेह जताया जा रहा है कि लुटेरे गोवा के बाहर के हो सकते हैं। पुलिस को बाद में लूटी गई कार पणजी के पास एक पुल के नीचे लावारिस हालत में पाई गई। इससे ये साफ पता चलता है कि लुटेरों ने भागने के लिए कार का इस्तेमाल केवल अस्थायी रूप से किया था और शायद आगे के लिए दूसरी गाड़ी पहले से तैयार थी। मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत और डीजीपी आलोक कुमार ने घटनास्थल का दौरा किया और कहा कि शुरुआती जांच से यह पेशेवर गिरोह का काम लग रहा है। रात में सुरक्षा बढ़ाने और राज्यभर में चेकिंग पॉइंट्स बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। पुलिस का कहना है कि यह डकैती अप्रैल में डोना पाउला में हुई एक घटना के जैसे ही मिलती-जुलती है। जिसमें बुज़ुर्ग दंपति को बंधक बनाकर लूटा गया था। इससे यह गहरी आशंका है कि गोवा में कोई पेशेवर डकैती गिरोह सक्रिय ही हो सकता है।





