सौर ऊर्जा से सजेगा खड़िया क्षेत्र, गाँवों में पहुंचेगा उजाला और सुरक्षा दोनों।

सिंगरौली/सोनभद्र। ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) और उत्तर प्रदेश नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विकास एजेंसी (यूपीनेडा) के बीच एक ऐतिहासिक समझौता हुआ है। इस एमओयू के तहत खड़िया खदान क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में सौर स्ट्रीट लाइटें और हाई मास्ट लाइटें स्थापित की जाएंगी।
मिली जानकारी के अनुसार यह परियोजना न केवल गाँवों में रौशनी के लिए है बल्कि सुरक्षा, सामाजिक गतिविधियों और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी नई दिशा देगी। सौर लाइटों की स्थापना से बिजली की खपत में कमी आएगी और यह कदम पर्यावरणीय स्थिरता को भी बढ़ावा देगा। इस अवसर पर एनसीएल के महाप्रबंधक (सीएसआर) राजीव रंजन और जिला विकास अधिकारी हेमंत सिंह ने मुख्य विकास अधिकारी जागृति अवस्थी (आईएएस) की उपस्थिति में समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस कार्यक्रम मे डीसी मानरेगा सोनभद्र अमरेन्द्र कुमार और एनसीएल के सामुदायिक विकास अधिकारी राजाराम यादव के साथ कई अधिकारी उपस्थित रहे। परियोजना को एनसीएल अपने कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR) फंड से वित्तीय सहयोग देगा। जबकि यूपीनेडा भी तकनीकी विशेषज्ञता, स्थापना और निगरानी की जिम्मेदारी निभाएगा। अधिकारियों ने बताया कि सौर लाइटों की स्थापना से गाँवों में रात्रि सुरक्षा, महिलाओं की सुरक्षा, और आसपास के सार्वजनिक स्थानों पर गतिविधियों में वृद्धि होगी। यह पहल ग्रामीण भारत को स्थायी और स्वच्छ ऊर्जा की ओर ले जाने वाली दिशा में एक ठोस प्रयास है। एनसीएल और यूपीनेडा की यह साझेदारी महज़ एक ऊर्जा परियोजना नहीं बल्कि ग्रामीण विकास और हरित ऊर्जा के विस्तार की एक प्रेरणादायक मिसाल है। आने वाले समय में जब खड़िया क्षेत्र के गाँव सौर लाइटों से जगमगाएंगे। तब यह उजाला सिर्फ बिजली का नहीं बल्कि एक नई सोच और सतत विकास का प्रतीक भी होगा।





