नगर निगम की विशेष बैठक में विपक्ष का विरोध,22 पार्षदों ने किया बहिष्कार, बोले जनहित के असली मुद्दों को दरकिनार कर “एक राष्ट्र, एक चुनाव” जैसे विषय पर बैठक बुलाना जनता के साथ अन्याय है।

सिंगरौली। नगर निगम सिंगरौली में अध्यक्ष द्वारा आयोजित विशेष बैठक को लेकर राजनीतिक माहौल गरमा गया है। महापौर द्वारा बुलाई गई इस बैठक का विपक्ष के 22 पार्षदों ने विरोध करते हुए बहिष्कार किया है। विपक्षी पार्षदों का आरोप है कि नगर निगम में जनहित के असली मुद्दों को दरकिनार कर “एक राष्ट्र, एक चुनाव” जैसे विषय पर बैठक बुलाना जनता के साथ अन्याय है। विपक्ष का आरोप है कि अध्यक्ष और निगम प्रशासन जनता के असली मुद्दों को नजर अंदाज कर केवल “एक राष्ट्र, एक चुनाव” जैसे राजनीतिक एजेंडे को बढ़ावा दे रहे हैं।
शुक्रवार को विशेष बैठक अध्यक्ष महोदय द्वारा बुलाया गया जिसका हम लोग पूरे विपक्ष के 22 पार्षद इसका विरोध कर रहे हैं। विरोध करने का कारण यह है कि सिंगरौली में इतने जनहित मुद्दे हैं। शहर में सड़कें और नालियां बदहाल हैं। रजीव चौक से इंदिरा चौक तक अधूरी पाइपलाइन और गड्ढों के कारण रोज़ एक्सीडेंट हो रहे हैं, जबकि नगर प्रशासन ने इन मामलों में कोई ठोस कदम नहीं उठाया। इसके अलावा छठ घाटों की सफाई और व्यवस्था दयनीय बनी हुई है, निगम प्रशासन जनता की सुविधाओं और विकास कार्यों पर ध्यान नहीं दे रहा, “एक राष्ट्र, एक चुनाव” जैसे विषय पर बैठक बुलाना जनता के साथ अन्याय है,एक साथ चुनाव होने से जनप्रतिनिधियों का जनता से संपर्क टूट जाएगा और विकास कार्य रुक जाएंगे। लगातार चुनाव होने से जनप्रतिनिधि जनता के बीच बने रहते हैं और समस्याओं का तुरंत समाधान होता है। एक बार चुनाव होने से नेताशाही और अफसरशाही हावी होगी, जिससे आमजन की आवाज दब जाएगी। मतदाताओं की जागरूकता कम होगी और स्थानीय मुद्दे पीछे छूट जाएंगे-
अनिल कुमार वैश्य ,पार्षद वार्ड-38





