खुले सेप्टिक टैंक बना मौत का जाल – जबलपुर में क्रिकेट खेलते समय 10 और 12 साल के दो सगे भाइयों की दर्दनाक मौत

जबलपुर। शहर से एक दिल दहला देने वाला हादसा सामने आया है। गोहलपुर थाना क्षेत्र में स्थित एक सरकारी अस्पताल परिसर में खुले छोड़े गए सेप्टिक टैंक में गिरने से दो सगे भाइयों की मौत हो गई। मृतक बच्चों की पहचान 12 वर्षीय विनायक विश्वकर्मा और 10 वर्षीय कान्हा विश्वकर्मा, निवासी त्रिमूर्ति नगर, के रूप में हुई है।
जानकारी के अनुसार, रविवार को दोनों भाई अपने दोस्तों के साथ क्रिकेट खेल रहे थे। खेल के दौरान गेंद मनमोहन नगर स्थित सरकारी अस्पताल परिसर के अंदर चली गई। छुट्टी का दिन होने के कारण अस्पताल बंद था, लेकिन बच्चे गेंद लाने के लिए बाउंड्रीवाल फांदकर अंदर चले गए। झाड़ियों के बीच खुला पड़ा सेप्टिक टैंक उन्हें दिखाई नहीं दिया और दोनों उसमें गिर गए। कुछ देर बाद जब बच्चे बाहर नहीं लौटे तो साथियों ने शोर मचाया। स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। गोहलपुर थाना पुलिस ने रेस्क्यू कर दोनों को बाहर निकाला, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। इस दर्दनाक घटना के बाद पूरे इलाके में मातम पसरा हुआ है। परिजन और स्थानीय लोग अस्पताल प्रशासन की लापरवाही पर भड़क उठे हैं। उनका कहना है कि खुले सेप्टिक टैंक को ढकने की जिम्मेदारी अस्पताल की थी, जिसकी अनदेखी ने दो मासूमों की जान ले ली।
फिलहाल पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
स्थानीय लोगों ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।





