किसानों के हक़ में कांग्रेस का संघर्ष — सीधी में गूँजी किसान न्याय आंदोलन की आवाज़

सीधी। प्राकृतिक आपदा और सरकार की उदासीनता से जूझ रहे किसानों की समस्याओं को लेकर आज सीधी जिले में कांग्रेस पार्टी द्वारा “किसान न्याय आंदोलन” का आयोजन किया गया। उक्त विशाल आंदोलन में सैकड़ों किसानों ने भाग लेकर अपनी आवाज़ बुलंद की।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि साइक्लोन ‘मोंथा’ से प्रभावित किसानों की स्थिति बेहद गंभीर है, लेकिन सरकार ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया। कांग्रेस ने किसानों की ओर से आठ प्रमुख मांगें रखीं —
साइक्लोन ‘मोंथा’ से प्रभावित सभी क्षेत्रों का तत्काल सर्वे कर मुआवज़ा और राहत राशि प्रदान की जाए।, कर्ज़ से दबे किसानों को राहत देने हेतु ऋण पर मोराटोरियम लागू किया जाए।,प्रभावित किसानों को खाद, बीज और कृषि उपकरण उपलब्ध कराए जाएँ। केंद्र सरकार से प्रदेश के लिए विशेष राहत पैकेज की घोषणा कराई जाए। बिजली बिलों की मनमानी वसूली पर रोक लगाई जाए और पारदर्शी बिल प्रणाली लागू हो।, राज्य सरकार स्वयं MSP पर खरीदी सुनिश्चित करे, ताकि किसानों को उपज का उचित मूल्य मिले।, आवारा पशुओं से फसल सुरक्षा हेतु उच्चस्तरीय समिति गठित की जाए।, भूमिहीन किसानों को भी मुआवज़े और सरकारी योजनाओं में शामिल किया जाए।
कांग्रेस नेताओं ने स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि किसानों की जायज़ मांगों को शीघ्र नहीं माना गया, तो पार्टी सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष जारी रखेगी। किसान न्याय आंदोलन के माध्यम से कांग्रेस ने एक बार फिर साबित किया कि वह किसानों की आवाज़ को मजबूत मंच देने के लिए प्रतिबद्ध है।





