डीडीआरसी में उपचार लेने वाले सभी मरीजों की अनिवार्य केस हिस्ट्री संधारित करें — कलेक्टर बैनल

सिंगरौली। कलेक्टर श्री गौरव बैनल ने मंगलवार को जिला दिव्यांगजन पुनर्वास केंद्र (डीडीआरसी) का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं की विस्तृत समीक्षा की। निरीक्षण के दौरान उन्होंने कृत्रिम अंग वर्कशॉप, फिजियोथेरेपी कक्ष, श्रवण चिकित्सा कक्ष एवं विशेष शिक्षा कक्ष का अवलोकन किया।
कलेक्टर ने निर्देश दिए कि डीडीआरसी में उपचार प्राप्त करने वाले प्रत्येक मरीज की केस हिस्ट्री अनिवार्य रूप से संधारित की जाए तथा मरीजों में होने वाले सुधार की नियमित ट्रैकिंग की जाए। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनों को नियमित उपचार के लिए प्रेरित किया जाए और विशेष रूप से एमआर एवं माइल्ड एमआर बच्चों के उपचार पर अधिक ध्यान दिया जाए। साथ ही उनके अभिभावकों की काउंसलिंग कर उन्हें नियमित रूप से केंद्र लाने की सलाह दी जाए। कृत्रिम अंग वर्कशॉप का निरीक्षण करते हुए कलेक्टर ने निर्माण प्रक्रिया की जानकारी ली और निर्देश दिए कि कृत्रिम अंग उपलब्ध कराने के बाद लाभार्थियों को उसका समुचित प्रशिक्षण दिया जाए, ताकि वे अंग का अधिकतम उपयोग कर सकें। सामाजिक न्याय विभाग को उन्होंने निर्देशित किया कि नियमित कैंप आयोजित कर दिव्यांगजनों की पहचान की जाए, तथा डीडीआरसी में आवश्यक उपकरणों या कृत्रिम अंगों की मांग होने पर उसका प्रस्ताव शीघ्र तैयार कर प्रस्तुत किया जाए। इसके अलावा उन्होंने कहा कि मंगलवार की जनसुनवाई में डीडीआरसी का स्टाफ भी उपस्थित रहे और केंद्र की सेवाओं की जानकारी देने के साथ जरूरतमंद दिव्यांगों की सहायता सुनिश्चित करे। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने दिव्यांगजनों से संवाद भी किया। ग्राम देवरा निवासी प्रहलाद शाह द्वारा मोटराइज्ड ट्राइसाइकिल की मांग रखे जाने पर कलेक्टर ने इसे गंभीरता से लेते हुए सामाजिक न्याय अधिकारी को प्रस्ताव तैयार कर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।




