लावारिस शवों को बेचान का चालत था धंधा इस धंधा मे बहुत बड़े बड़े सामील है लोगा

कोलकाता
आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व उपाधीक कितनी ईसा धंधे से किता पैसा कमकर संपति है लोगो बेचा कर बना है
इनकी संपति की जांच होनी चाहिए कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में हुए रेप-मर्डर की घटना के बाद जांच के दायरे में आए पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष
अख्तर अली ने दावा किया कि उन्होंने डॉ. संदीप घोष के खिलाफ राज्य स्वास्थ्य विभाग को एक जांच रिपोर्ट भी भेजी थी, और सही से जांच होनी चाहिया लेकिन इसके बाद उनका आरजी कर अस्पताल से ट्रांसफर कर दिया गया था. कहा, ‘जिस दिन मैंने जांच रिपोर्ट सौंपी, उसी दिन मेरा तबादला कर दिया गया. जांच समिति के अन्य दो सदस्यों का भी तबादला कर दिया गया. के कुछ घंटों के भीतर कलकत्ता मेडिकल कॉलेज में नई नियुक्ति दी गई थी.
बता दें कि संदीप घोष चौतरफा घिर गए हैं. सीबीआई की टीम ने बुधवार को लगातार छठे दिन भी डॉ. संदीप घोष से पूछताछ की. घोष से 64 घंटे तक पूछताछ की गई है. वहीं, वित्तीय अनियमितता से जुड़े नए मामले में भी डॉ. घोष की मुश्किलें बढ़ गई हैं. बुधवार को उन्हें पुलिस के सामने पेश होना है और करप्शन केस में अपने बयान दर्ज कराने हैं. कौन कौन सामील है । दें होग यह धन्ध कौन कौन चलता था इस मे कौन सामील है और वभी मेडिकल स्टूडेंट्स को पास कराने के लिए रिश्वत मांगते थे आज कल के गुरु नही बल्कि भेडी है