वरमाला–दावत के बाद मंडप से गायब हुई दुल्हन, 10 लाख की मांग का आरोप; बिना दुल्हन लौटी बारात

ग्वालियर। शहर के जनकगंज थाना क्षेत्र में एक शादी उस वक्त सनसनीखेज मोड़ पर पहुंच गई, जब वरमाला और भोजन के बाद फेरे शुरू होने से ठीक पहले दुल्हन मंडप से गायब हो गई। दूल्हा पक्ष ने दुल्हन के परिजनों पर 10 लाख रुपये की मांग और शादी से इनकार करने का आरोप लगाया है। दबाव में 9 लाख रुपये देने के बावजूद शादी नहीं कराई गई, जिसके बाद बारात को बिना दुल्हन लौटना पड़ा।
जानकारी के अनुसार दूल्हा प्रशांत कुशवाह (निवासी—नादरिया की माता, गुढ़ा) 11 दिसंबर को बारात लेकर बेलदार का पुरा पहुंचा था। तय कार्यक्रम के तहत स्टेज पर वरमाला हुई, फोटो सेशन चला और मेहमानों ने भोजन किया। फेरे के समय दूल्हा मंडप में पहुंचा, लेकिन दुल्हन नहीं आई। दूल्हा पक्ष का आरोप है कि दुल्हन के पिता ने दूल्हे को “पैरों से दिव्यांग” बताते हुए शादी से मना कर दिया, जबकि शादी डेढ़ साल पहले तय हुई थी और इस दौरान कभी ऐसी आपत्ति नहीं जताई गई। आरोप यह भी है कि दुल्हन पक्ष ने बारातियों और फोटोग्राफर को घेरकर फोटो–वीडियो डिलीट कराने की धमकी दी और 10 लाख रुपये की मांग की। दबाव में 9 लाख रुपये दिए गए, जिसका पंचनामा भी बनाया गया, लेकिन इसके बावजूद शादी नहीं कराई गई। घटना के बाद दूल्हे के पिता ने थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस का कहना है कि सभी आरोपों की जांच की जा रही है और तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।





