हमारे बारे में
भारत में पत्रकारिता के नाम पर चाटुकारिता करना मौजूदा समय में आम हो चला है। इस क्षेत्र को कुछ छद्मबुद्धिजीवी लोगों ने अपनी चाटुकारिता की खोखली चका चौंध में जकड़ लिया है। इनकी आत्ममुग्धता से अलग सोच रखनेवालों को हमेशा ही कमतर दिखाने के लिए डिजिटल प्लेटफ़ॉर्मों पर इन्होंने अपने चेलों की फ़ौज छोड़ रखा है, जो सच की आवाज़ को दबाने का काम करते रहते हैं।
https://bhartiyriyashat.com/ न्यूज पोर्टल एक प्रयास है। जो सच है, उसे सच कहने का। हम कभी पोलिटिकली करेक्ट होने का चोला नहीं पहनेंगे। बात बस इतनी है की हम पत्रकारिता करेगें।