महाकुंभ: मकर संक्रांति के पावन अवसर पर 3.50 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने संगम में लगाई डुबकी, सीएम योगी ने मकर संक्रांति की दीं शुभकामनाएं।

मकर संक्रांति के पावन अवसर पर 3.50 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई। त्रिवेणी संगम पर सुबह अलग-अलग अखाड़ों के साधुओं ने स्नान किया। सबसे पहले जूना अखाड़े के नागा साधुओं ने स्नान किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मकर संक्रांति की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने महाकुंभ को भारत की सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक बताया।
मकर संक्रांति के पावन अवसर पर त्रिवेणी संगम पर सुबह अलग-अलग अखाड़ों के साधुओं ने स्नान किया। सबसे पहले जूना अखाड़े के नागा साधुओं ने स्नान किया। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, मकर संक्रांति के मौके पर 3.50 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई। नागा साधुओं ने गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम में डुबकी लगाई। हाथों में तलवार, त्रिशूल और शरीर पर भस्म-भभूत रमाए नागा साधु भगवान शिव का जयघोष करते हुए संगम पहुंचे। नागा साधुओं का जत्था शंखनाद करते, जटाओं को हवा में लहराते हुए संगम की ओर बढ़ रहा था। महाकुंभ में स्नान करने पहुंचे करोड़ों श्रद्धालुओं पर हेलीकाप्टर से पुष्प वर्षा की गई। 3.50 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में पवित्र स्नान किया।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मकर संक्रांति की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने महाकुंभ को भारत की सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक बताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि अमृत स्नान जैसी परंपराएं सनातन धर्म की गहराई और विशालता को दर्शाती हैं।