मौत से भी बड़ा ज़ख्म बनी सिस्टम की बेरुख़ी: 7 घंटे तक लावारिस पड़ी रही युवक की लाश

कानपुर। जूही गोशाला के पास रविवार सुबह हुए भीषण हादसे ने एक परिवार की खुशियाँ हमेशा के लिए छीन लीं। तेज रफ्तार ट्रक की टक्कर से ऑटो पलट गया, जिसमें 18 वर्षीय अरविंद की मौके पर ही मौत हो गई। लेकिन सबसे दर्दनाक बात यह रही कि पुलिस की लापरवाही के चलते अरविंद का शव लगभग सात घंटे तक पोस्टमार्टम हाउस में लावारिस पड़ा रहा।
रविवार सुबह जूही गोशाला के पास हुए सड़क हादसे ने 18 वर्षीय अरविंद की जान तो ले ली, लेकिन परिजनों के लिए असल सदमा उस वक्त शुरू हुआ, जब उन्हें पता चला कि अरविंद की लाश सात घंटे तक पोस्टमार्टम हाउस में लावारिस हालत में पड़ी रही—बिना किसी सूचना, बिना किसी देखरेख। हादसे में अरविंद की मौत मौके पर ही हो गई थी, जबकि उसका बड़ा भाई और बहन का मंगेतर बुरी तरह घायल हो गए। दोनों शादी की तैयारियों में दिल्ली से कानपुर आए थे। परिजनों ने बताया कि 22 नवंबर को कोमल की शादी तय थी, 18 को तिलक। अरविंद इस घर में सबसे छोटा था—और सबसे चहेता। दिल्ली से जैसे-तैसे भागकर पहुंचीं कोमल जब पोस्टमार्टम हाउस पहुंचीं, तो वहां अपने भाई का शव अकेला, बेतरतीब और बिखरी हालत में पड़ा मिला। चीख निकल गई। आंखें जवाब दे गईं। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम हाउस में छोड़ दिया और कोई सूचना तक नहीं दी।





