गांव के बच्चों ने बनाई सौर ऊर्जा चालित पानी की मशीन, मिली राष्ट्रीय स्तर पर सराहना

सिंगरौली। जिले के छोटे से गाँव भौरासी के सरकारी विद्यालय के छात्रों ने ऐसा काम कर दिखाया है, जिसने न सिर्फ जिले बल्कि पूरे प्रदेश का नाम रोशन किया है। कक्षा 9वीं और 10वीं के चार छात्रों ने मिलकर सौर ऊर्जा से चलने वाली ‘स्मार्ट वाटर डिस्पेंसर मशीन’ तैयार की है, जो बिना बिजली के साफ़ पेयजल उपलब्ध करा देती है।
विद्यालय के विज्ञान शिक्षक की मार्गदर्शन में छात्रों ने कबाड़ सामग्री, पुराने सोलर पैनल और साधारण फिल्टर यूनिट का उपयोग कर यह नवाचार तैयार किया। इस मशीन की खासियत यह है कि यह दिनभर में लगभग 200 लीटर पानी को फिल्टर करने की क्षमता रखती है, जिससे गांव के दर्जनों परिवारों को गर्मी के मौसम में भी स्वच्छ पानी आसानी से मिल सकेगा। परियोजना की प्रस्तुति जिला स्तरीय विज्ञान मॉडल प्रतियोगिता में हुई, जहां जजों ने बच्चों की कल्पनाशीलता और कम लागत में नवाचार की तकनीक की खूब सराहना की। अब यह मॉडल राज्य स्तरीय वैज्ञानिक प्रदर्शनी के लिए चयनित हुआ है। गाँव के लोग बच्चों की इस उपलब्धि पर गर्व महसूस कर रहे हैं। विद्यालय के प्राचार्य ने बताया कि बच्चों का उद्देश्य अपने गाँव को पानी की समस्या से मुक्त करना था, और उन्होंने अपनी मेहनत से इसे सच कर दिखाया।





