सिंगरौली नगर निगम के अध्यक्ष देवेश पाण्डेय के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव, पार्षदों ने कलेक्टर को सौंपा पत्र

सिंगरौली। नगर पालिक निगम सिंगरौली में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। नगर निगम के अध्यक्ष देवेश पाण्डेय के खिलाफ पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव लाने की प्रक्रिया आरंभ कर दी है। इस संबंध में पार्षदों ने कलेक्टर एवं विहित प्राधिकारी को ज्ञापन सौंपकर, मध्यप्रदेश नगर पालिक निगम अधिनियम 1956 की धारा 23-क के तहत कार्रवाई की मांग की है।
नगर पालिक निगम सिंगरौली में सियासी उठापटक तेज हो गई है। निगम अध्यक्ष देवेश पाण्डेय की कुर्सी अब सुरक्षित नजर नहीं आ रही है, क्योंकि नगर निगम के कई पार्षदों ने उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की औपचारिक पहल कर दी है। इस संबंध में कलेक्टर एवं विहित प्राधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया है, जिसमें अध्यक्ष पर गंभीर कार्यप्रणाली संबंधी आरोप लगाए गए हैं।
ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि दिनांक 03 मार्च 2025 को आयोजित परिषद बैठक को लेकर वार्ड क्रमांक 24 की पार्षद श्रीमती शिवकुमारी ने उच्च न्यायालय, जबलपुर में याचिका दायर की थी (WP No. 7422/2025)। इस याचिका पर न्यायालय ने बैठक को निरस्त कर दिया। इसी प्रकार 27 मार्च से 07 अप्रैल 2025 तक की बैठकों के संचालन को लेकर वार्ड क्रमांक 15 की पार्षद श्रीमती अर्चना विश्वकर्मा द्वारा एक अन्य याचिका (WP No. 14578/2025) लगाई गई, जिस पर न्यायालय ने प्रस्ताव क्रमांक 01 से 04 पर स्थगन आदेश पारित किया। अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में पार्षदों ने जो तर्क दिए हैं, वे सीधे तौर पर नगर निगम की प्रशासनिक पारदर्शिता और प्रक्रियागत शुचिता पर सवाल खड़े करते हैं। पार्षदों का आरोप है कि निगम की परिषद बैठकें लगातार नियमों के विरुद्ध संचालित की जा रही हैं और पार्षदों की राय की उपेक्षा की जा रही है।