इस होली पर आसमान में लाल रंग की छाया में चंद्रमा का होगा अनोखा दीदार।

अनोखा चंद ग्रहण: इस होली पर होली के दिन आसमान में लाल रंग का चाँद दिखाई देगा जिससे आसमान में लाल रंग की छाया में चंद्रमा का अनोखा दीदार होगा। रंग बदलने की वजह से इसे अक्सर ब्लड मून कहा जाता है। यह पूर्ण चंद्रग्रहण होगा. यह खगोलीय घटना तब होती है, जब पूर्णिमा का चंद्रमा, पृथ्वी और सूर्य एक सीध में होते हैं।
इस होली पर आसमान में लाल रंग का चांद दिखाई देगा और आसमान में लाल रंग की छाया में चंद्रमा का अनोखा दीदार करने को मिलेगा। जब हमारी पृथ्वी अपने परिक्रमा पथ पर बढ़ते हुए चंद्रमा और सूर्य के बीच में सीधी रेखा पर होती है, तो चंद्रमा पूरी तरह से पृथ्वी की छाया के सबसे भीतरी हिस्से में चला जाता है। यह इसे सूर्य से पूरी तरह ओझल कर देता है। पृथ्वी सूर्यग्रहण के दौरान चंद्रमा तक पहुंचने वाली किसी भी रोशनी को रोकती है, फिर सूर्य चंद्रमा की सतह पर पृथ्वी की छाया डालता है। सूर्य की रोशनी अवरुद्ध होती है, इसलिए चंद्रमा आम रातों की अपेक्षा मद्धम होता है। इसका यह प्रभाव कुछ घंटों के लिए इसकी सतह को एक लाल-नारंगी रंग से रंग देता है और रात के दौरान आकाश में अनोखा नजारा दिखाई देता है। रंग बदलने की वजह से इसे अक्सर ब्लड मून कहा जाता है।
नासा के अनुसार, पूर्ण चंद्रग्रहण को अमेरिका में 13 और 14 मार्च की दरमियानी रात को देखा जा सकेगा। अमेरिकी समयानुसार रात के 11:57 बजे ग्रहण की शुरुआत होगी, जब चंद्रमा छाया के बाहरी हिस्से में प्रवेश करेगा। 1:09 बजे आंशिक ग्रहण शुरू होगा, जब चंद्रमा पृथ्वी की छाया में प्रवेश करता है और अंधेरा होने लगता है। 2:26 बजे यह पूर्ण चंद्रग्रहण में बदलेगा और ब्लड मून के लाल रंग में दिखाई देगा। 3:31 बजे जब यह छाया से बाहर निकलेगा, तब इसका लाल रंग फीका पड़ जाएगा। सुबह 6 बजे तक इसकी पूरी प्रक्रिया समाप्त हो जाएगी। 65 मिनट से ज्यादा समय तक चलने वाले पूर्ण चंद्रग्रहण को दुनिया के कुछ ही हिस्से के लोग अनुभव कर पाएंगे। उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका के लोग इसे पूरी पूर्णता के साथ देखेंगे। इसे अमेरिका, पश्चिमी यूरोप, पश्चिमी अफ्रीका और उत्तरी व दक्षिणी अटलांटिक महासागर में दिखाई देगा। चूंकि, जब यह खगोलीय घटना होगी, उस समय भारत में दिन हो रहा होगा ऐसे में इसे नहीं देखा जा सकेगा।