9वें टाइगर रिजर्व माधव टाइगर रिजर्व को लोकार्पण से प्रदेश के इतिहास में नया अध्याय जुड़ा है- सीएम मोहन

शिवपुरी। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव एवं केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने माधव टाइगर रिजर्व में एक बाघिन को छोड़ा। इसके साथ ही यहां पर बाघों की संख्या बढ़कर 7 हो गई है। इस अवसर पर डॉ यादव और सिंधिया ने राज्य के नौवें टाइगर रिजर्व (माधव टाइगर रिजर्व) के प्रतीक चिन्ह का अनावरण किया साथ ही टाइगर रिजर्व के लिए बनाई गई लगभग 13 किलोमीटर लंबी बाउंड्री वॉल का लोकार्पण भी किया।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि हमारे चंबल क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक और गौरवशाली क्षण है। 9वें टाइगर रिजर्व माधव टाइगर रिजर्व को लोकार्पण से प्रदेश के इतिहास में नया अध्याय जुड़ा है। यहां बाघ पुनर्स्थापन का एक बड़ा प्रयोग हुआ है। इस टाइगर रिजर्व की स्थापना भारत सरकार के मापदंडों के आधार पर किया गया है। यह भारत का 58वां टाइगर रिजर्व है। यह टाइगर रिजर्व विकास के पथ पर बढ़ता कदम है। टूरिज्म सेक्टर में चंबल नई कहानी लिखेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीता प्रोजेक्ट चलाकर प्रदेश के विकास के लिए कदम बढ़ाए थे। चीता प्रोजेक्ट देश के ईको-सिस्टम को विकसित करने का संकल्प था अब उनके दूसरी पीढ़ी के चीतों को छोड़ा जा रहा है।
सीएम डॉ. यादव ने कहा कि घड़ियाल, भालू, तेंदुआ, गिद्ध भेड़िया जैसे जानवरों से चंबल क्षेत्र भरा हुआ है। यह टाइगर रिजर्व अद्भुत है। यहां टाइगर और इंसान के बीच परस्पर मेल दिखाई देगा। इंसान अपना काम करेगा और टाइगर अपनी जीवन शैली जिएगा। मुझे इस बात की खुशी है कि दुनिया में सबसे ज्यादा टाइगर हमारे देश में हैं और, देश में सबसे ज्यादा टाइगर किसी राज्य में हैं तो मध्यप्रदेश में हैं। टाइगर के मामले में चंबल क्षेत्र पिछड़ा हुआ था, लेकिन अब यह नई पहचान बना रहा है।