लक्ष्य के अनुरूप कार्य नही करने पर संबंधित नोडल अधिकारी के विरूद्ध होगी कार्यवाही- डीएम

सिंगरौली। कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित समय सीमा बैठक के दौरान कलेक्टर के द्वारा तीनो ब्लाको के नोडल अधिकारियों को निर्देश दिया गया है की जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत नोडल अधिकारियों को क्षेत्रवार लक्ष्य निर्धारित किया गया है। नोडल अधिकारी अपने अपने क्षेत्रो में अभियान के तहत निर्धारित किए मापदण्डो के अनुरूप पिछले दो संप्ताह में प्रगति नही लाया गया है जो अत्यन्त ही खेद जनक है नोडल अधिकारी अपने अपने क्षेत्रों में निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप कार्यो को सम्पन्न कराकर एक संप्ताह के अंदर पालन प्रतिवेदन देना सुनिश्चित करें
कलेक्टर ने बैठक के दौरान जल गंगा सवर्धन अभियान के तहत खेत तालाब निर्माण, अमृत सरोवर, रिचार्ज पिट, डग बेल, बोरी बंधन पुराने जल संरचनाओं के जीर्णोद्धार कार्य की विस्तार से समीक्षा करते हुयें अभी तक किए गए कार्यो के प्रगति की जानकारी लेने के पश्चात नाराजगी व्यक्त करते हुयें कहा कि अभियान के दौरान दो संप्ताह के अंदर जितनी प्रगति होनी चाहिए वो कम है। अभियान के नोडल अधिकारियों सहित सहायक यंत्री एवं उपयंत्रियों को निर्देश दिए कि एक संप्ताह में निर्धारित लक्ष्य के अनुसार कार्य पूर्ण कराये अन्यथा संबंधितो के विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जायेगी। साथ ही निर्देश दिए कि सभी नोडल अधिकारी जन सम्पर्क अधिकारी से समन्वय बनाकर किए कए कार्यो को प्रचार प्रसार कराया जाना भी सुनिश्चित करे।
कलेक्टर ने जिले मे सुगम जल आपूर्ति को दृष्टिगत रखते हुयें सभी उपखण्ड अधिकारियो एवं जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को अपने अपने क्षेत्रो में चल रहे नल जल योजना की वास्तवितक स्थिति की जॉच करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जल संरचनाओं के आस पास अगर कही पर भी अतिक्रमण किया गया है तो उन्हे चिन्हित कर तत्काल हटाने की कार्यवाही करे।
कलेक्टर ने कहा कि जिन मझरे टोलो की दूरी एक किलोमीटर से अधिक वहा पर टैकर के माध्यम से पेयजल उपलंब्ध कराये साथ नवीन हैन्डपंम्प खनन के लिए प्रस्ताव तैयार कर प्रस्तुत करे। कलेक्टर ने जिला चिकित्सालय सह ट्रामा सेंटर के व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुयें मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिए कि प्रसव के लिए चिकित्सालय में आने वाली गर्भवती महिलाओं को बिना किसी उचित कारण के अन्य चिकत्सालयो में रेफर नही किया जाये। मेरे संज्ञान में यह बात आई है कि चिकित्सालय के कर्मचारियों के द्वारा गर्भवती महिलाओं को गलत जानकारी देकर नीजि चिकित्सालयों में जाने की सलाह दी जाती है जो अत्यन्त ही गंभीर विषय है इसकी जॉच कराये तथा जो कर्मचारी दोषी पाये जाते है उनके विरूद्ध कार्यवाही करे।