संम्राट विक्रमादित्य के शासन की प्रसंशा केवल भारत में ही नही विदेशी ग्राथो में मिलती है- राज्यमंत्री

सिंगरौली। जिले के अटल सामुदायिक भवन बिलौजी मे राज्यमंत्री पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग श्रीमती राधा सिंह के मुख्य अतिथि में विक्रमोत्सव का आयोजनःसूर्य उपासना और ब्रह्म ध्वज की हुई, स्थापना समारोह का आयोजन सम्पन्न हुआ।
उपस्थित जन समूह को संबोधित करते हुयें राज्य मंत्री श्रीमती राधा सिंह ने नव वर्ष की हार्दिक शुभकामना देते हुयें कहा कि भारत के इतिहास में सम्राट विक्रमादित्य का नाम स्वर्ण अंक्षरो में लिखा गया है। सम्राट विक्रमादित्य पराक्रमी एवं न्यायप्रिय शासक से थे। उनके नाम पर भी ही विक्रम संवत का प्रचलन हुआ जो आज भी भारतीय पंचाग का एक प्रमुख संवत है। संम्राट विक्रमादित्य के शासन की प्रसंशा केवल भारत में ही नही विदेशी ग्राथो में मिलती है। संम्राट विक्रमादित्य एक शासक ही नही अपुति भारतीय संस्कृति के प्रतीक थे। भारत वर्ष में विक्रमादित्य युग परिर्वतन और नव जागरण की एक महत्वपूर्ण धूरी रहे है और उनके द्वारा प्रवर्तित विक्रम संवत हमारी मूल्यवान धरोहर है।
सम्राट विक्रमादित्य के जीवन पर आधारित नाटक का किया गया मंचन-कार्यक्रम के दौरान उज्जैयनी के प्रतापी राजा विक्रमादित्य के जीवन पर आधारित सास्कृतिक विभाग के द्वारा चयनित किए गए सुनील रावत एवं साथी कालाकारो के द्वारा अपनी प्रस्तुतिया देकर उपस्थित जन समूह को मनमुग्ध किया। कार्यक्रम के दौरान जिले के कलाकार बिमल म्युजिकल ग्रुप के द्वारा भी नवरात्रि के पावन पर्व पर देवी गीत की प्रस्तुति दी गई।