बांग्लादेश, म्यूजिक और ऑर्ट पसंद नहीं करत है संगठन इस्लामी निजाम लाएंगे यह मूर्तिय को बांग्लादेश तोड़ रहा है।

बांग्लादेश ऐसे अटैक हो रहे है बांग्लादेश के हिन्दुओ पर बांग्लादेश कट्टरपंथी पर आज भी क्रूरता जारी है और हिन्दूओ को कूद कर मरने के लिया मजबूर होना पंड रहा है। की संस्कृति में कला और संगीत काम महत्व कितना भी क्यों न हो, लेकिन यह कट्टरपंथी इस्लामी संगठनों को पसंद नहीं है. यह सब नही मान्यते है।वे देश में सारी कानून लागू करना चाहते हैं, बांग्लादेश को कोई डर नही है।उनका मानना है कि इस्लामी निजाम आने के बाद ही लोगों को इंसाफ मिल सकता है. बांग्लादेश को काह है की हमे अपने कानून लाना चाहा ते है जिसे उनको इस
बांग्लादेश में यह सरिया कानून लागू कराना चाहता है. रब्बानी भारत में से पढ़े हैं, यह संगठन अहमदिया मुसलमानों को भी काफि मानता है.जिसे वह हिन्दू को अब खतर है आने वाले समय हिन्दू अब जगन होगा। देश में मूर्ति का निर्माण नहीं होना चाहिए, जिन मूर्तियों को बनाया गया है, उन सबको सरकार को तोड़ देना चाहिए. कैमरे के सामने रब्बानी ने कहा कि मंदिरों की मूर्तियों को नहीं तोड़ना चाहिए.