जिले में सुरक्षा की दृष्टि से संवेदनशील स्थानो वा संस्थानो के सुरंक्षा के संबंध में कलेक्टर के अध्यक्षता में बैठक सम्पन्न।

सिंगरौली। वर्तमान परिदृष्य को दृष्टिगत रखते हुयें जिले के संवेदनशील स्थानो संस्थानो के सुरक्षा योजना के संबंध में कलेक्टर श्री चन्द्र शेखर शुक्ला के अध्यक्षता एवं पुलिस अधीक्षक मनीष खत्री के उपस्थिति में औद्योगिक केन्द्रों एन.टी.पी.सी. विन्ध्यनगर, एस्सार (महान अडानी) बन्धौरा, जे.पी. पावर प्लांट निगरी. आईओसीएल जयंत, महान हिण्डालको पॉवर एवं स्टील प्लांट, एनसीएल सिंगरौली, त्रिमुला इन्डस्ट्रीज लिमि. गॉदवाली, सासन अल्ट्रा मेगा पावर प्लांट आदि प्रमुख संवेदनशील क्षेत्रो के साथ ही रेल्वे स्टेशन, अस्पताल, बाजार और सिंगरौलिया हवाई पट्टी सुरक्षा सुरक्षा योजना के संबंध में कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक आयोजित हुआ।
बैठक में कलेक्टर ने सभी औद्योगिक एवं सवेदनशील संस्थानो के सुरक्षा योजना के बारे में विस्तार से जानकारी लेने के पश्चात निर्देश दिए कि सभी औद्योगिक संस्थान अपने परिसर में सायरन की व्यवस्था रखे। साथ ही यह सुनिश्चित करे कि संकट की स्थिति में सायरन प्रोटोकाल सही ढंग से पालन हो साथ ही निर्देश दिए गए कि सायरन प्रोटोकल का माकड्रील के माध्यम से संस्थान में कार्यरत सभी अधिकारी कर्मचारियों को अवगत कराए। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि सभी संस्थान अपने अलार्म सिस्टम की जॉच करे कि वही सही ढंग से कार्य कर रहे। साथ ही आलर्म सिस्टम के लिए अलग से पावर बैकअप की व्यवस्था करे, ताकि पावर कट की स्थिति में सिस्टम संचालित रहे।
कलेक्टर ने संस्थानो में संदिग्ध व्यक्तियों के आवागमन के खतरे को मद्देनजर रखते हुयें निर्देश दिए कि सभी संस्थान अपने एन्ट्री एवं एग्जिट गेटो पर चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था बनाये रखे। संस्थान में आने जाने वाले व्यक्तियों पर 24 घण्टे निगरानी रखे साथ ही उनका फेस रिकोगनेशन सिस्टम के माध्यम से जानकारी संकलित करके रखे। उन्होंने निर्देश दिए कि असमान्य व्यावहार करने वाले एवं संदिग्ध व्यक्तियों की सूचना तत्काल नजदीकी थाने में दे। ताकि तत्काल कार्यवाही की जा सके। उन्होने निर्देश दिए कि सभी संस्थान अपने क्षेत्र का सीसीटीव्ही कैमरो के माध्यम से 24 घण्टे निगरानी रखे।रात्रि के समय सुरक्षा की मजबूती के लिए नाईट विजन कैमरो का उपयोग करे। सीसीटीव्ही कैमरा निगरानी के लिए कंट्रोल स्थापित कर्मचारी को नियुक्ति करे जो निरंतर कैमरे के माध्यम से क्षेत्र की निगरानी करता रहे। क्षेत्र की लगातार पेट्रोलिग कराये तथा जिन क्षेत्रो में अधिक अधेरा रहता है उन क्षेत्रो की निगरानी के लिए सर्च लाईन का उपयोग किया जायें। संस्थानो में फायर ब्रिगेड एवं एम्बुलेश को हर समय तैयार रखे एवं उनका नियमित मॉकड्रील भी कराए।
बैठक में पुलिस अधीक्षक ने सायबर सुरक्षा के संबंध में निर्देश देते हुये कहा कि सभी संस्थान अपने सायबर सिक्योरटी सिस्टम को एक्सपर्ट के माध्यम से अपग्रेड करायें। उन्होंने कहा कि सभी संस्थाने अपने क्रिटकल क्षेत्रो का आकलन कर उनमें सुरंक्षा व्यवस्था पुख्ता करे। सुरक्षा आवश्यकता पड़ने पर अधिक सुरक्षा बल की तैनाती की जायेगी। फ्रिसकिंग प्रोटोकाल का एन्ट्री एवं एग्जिट गेटो पर सख्ती से पालन हो यह सुनिश्चित किया जायें। संस्थान के आस पास संदिग्ध बैग या इसे मिलते जुलते समान मिलने पर इसकी सूचना थाने में दे। इमरजेंसी गेटो का जॉच करले की वह सही ढंग से कार्य कर रहे है कि नही। ब्लैक आउट प्रोटोकाल का रिर्हशल भी किया जाना सुनिश्चित किया जायें। एंव निर्देश दिए कि कोल ट्रान्सपोटेसन कान्वाई के माध्यम से ही किया जायें। तथा प्लाटो में उपयोग में आने वाली विस्फोटक सामंग्रियो के परिहवन के दौरान एक्सप्लोसिव प्रोटोकाल का सख्ती से पालन किया जायें। साथ ही निर्देश दिए कि जल आपूर्ति करने वाले प्लांटो पर 24 घण्टे निगरानी बनाये रखे। बैठक के अंत में कलेक्टर श्री शुक्ला ने कहा कि आपतकालीन स्थित के दौरान अपना संयम बनायें रखे। धैर्य बनाये रखे घबराए नही आपतकालीन स्थिति की सूचना से तत्काल क्वीक रिपोन्स टीम को अवगत कराए। उन्होनें कहा कि जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन आपतकालीन स्थितियों से निपटने के लिए पूरी तरह से सजग है।